प्रधानमंत्री ने जंगलराज नेताओं पर साधा निशाना, कहा महाकुंभ का दुरुपयोग करने वाले लोगों को बिहार नहीं करेगा माफ

pm modi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को बिहार में विपक्ष का तीखा हमला किया और कहा कि जो लोग जंगल राज में विश्वास करते हैं वह हमारी विरासत और आस्था से नफरत करते हैं उन्होंने कहा कि राज्य की जनता महाकुंभ का दुरुपयोग करने वालों को कभी माफ नहीं करेगी। दुनिया के सबसे बड़े आध्यात्मिक समागम में कथित कुप्रबंधन, दुर्घटनाओं, स्वच्छ जल की कमी को लेकर विपक्ष की भारी आलोचना की।
जंगल राज वाले नेताओं की आलोचना की
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि राज्य और केंद्र की एनडीए सरकार देश की गौरवशाली विरासत को संरक्षित करने और एक बेहतरीन भविष्य बनाने के लिए मिलकर काम कर रही है। हालांकि जंगल राज में विश्वास रखने वाले यह लोग हमारी विरासत और हमारी आस्था से नफरत करते हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि विपक्ष देश की आस्था एकता और सद्भाव के सबसे बड़े पर्व एकता के महाकुंभ का दुरुपयोग कर रहे हैं उन्होंने कहा कि यूरोप की पूरी आबादी से भी ज्यादा लोगों ने एकता की महाकुंभ में डुबकी लगाई है। राम मंदिर से जुड़े लोग महाकुंभ को पहुंचाने का कोई मौका नहीं छोड़ रहे मैं जानता हूं कि बिहार महाकुंभ को गाली देने वालों को कभी माफ नहीं करेगा राष्ट्रीय जनता दल प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने महाकुंभ मेले को अर्थहीन बढ़कर विवाद खड़ा कर दिया था, तथा नई दिल्ली स्टेशन पर मची भगदड़ के लिए रेलवे को जिम्मेदार ठहराया था, जिसमें 18 लोगों की मौत हो गई थी।
किन कारणों से उठ रहे है महाकुंभ पर सवाल?
29 जनवरी को शाही स्नान के दौरान महाकुंभ में मची भगदड़ हाल ही में नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुई जानलेवा भगदड़ और मेले की ओर बढ़ रहे श्रद्धालुओं की भारी भीड़ यह सभी मुद्दे चर्चा के मुख्य बिंदु रहे हैं। शुद्ध जल की कमी का मुद्दा भी उठाया गया विपक्ष ने कहा कि त्रिवेणी संगम का पानी जहां श्रद्धालु कुंभ मेले के दौरान पवित्र रूप की लग रहे हैं। नहाने के लिए भी उपयुक्त नहीं है उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निराधार आरोपों पर पलटवाल करते हुए कहा कि सनातन धर्म मां गंगा, भारत या महाकुंभ के खिलाफ फर्जी वीडियो प्रसारित करना, चल रहे मेले में पवित्र डुबकी लगाने वाले करोड़ों लोगों की आस्था के साथ खिलवाड़ करने जैसा है। उन्होंने कहा कि संगम का पानी लगाने के लिए बल्कि पीने के लिए भी उपरोक्त है उन्होंने आरोप लगाया कि सीपीसीबी की फैकल की बैक्टीरिया रिपोर्ट के बाद महाकुंभ को बदनाम करने के लिए दूर प्रचार किया जा रहा है।